भारत ने आज आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन केन्द्र से एक साथ 104 उपग्रहों को प्रक्षेपित कर अंतरिक्ष के क्षेत्र में न केवल एक नया इतिहास रचा है बल्कि पूरे विश्व में एक नया कीर्तिमान भी स्थापित किया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के वैज्ञानिकों ने पीएसएलवी-सी 37 से इन उपग्रहों को सुबह नौ बजकर 28 मिनट पर प्रक्षेपित किया। इनमें दो कार्टोसैट -2 सीरिज के स्वदेशी उपग्रह तथा 101 विदेशी अति सूक्ष्म नैनो उपग्रह हैं और 96 उपग्रह केवल अमेरिका के हैं।
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई नेताओं ने उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण पर इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी है और इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा कि इससे पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन हुआ है और उसका गौरव बढ़ा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ध्रुवीय प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी)सी37 द्वारा 104 उपग्रहों का प्रक्षेपण कर इसरो ने इतिहास रचा है। देश के लिए यह गर्व की बात है। इसरो के वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत का नतीजा है, जिसके लिये वे बधाई के पात्र हैं।
उल्लेखनीय है कि इसरो ने आज आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन केन्द्र से एक साथ 104 उपग्रहों को प्रक्षेपित कर अंतरिक्ष के क्षेत्र में न केवल एक नया इतिहास रचा है बल्कि पूरे विश्व में एक नया कीर्तिमान भी स्थापित किया है। पीएसएलवी सी37 के जरिये प्रक्षेपित किये गये उपग्रहों में दो कार्टोसैट-2 सीरीज के स्वदेशी उपग्रह तथा 101 विदेशी नैनो उपग्रह हैं, जिनमें 96 उपग्रह केवल अमेरिका के हैं।