खैर मनाइए कि बिहार सरकार की वेबसाइट पर मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार की जगह जीतन राम मांझी का नाम और तस्वीर लग चुके हैं. वरना पिछले डेढ़ साल में रिटायर हो चुके नौकरशाह अब भी पद पर मौजूद दिख रहे हैं.
नौकरशाही, बिहार ब्यूरो
यह लापरवाही है सरकार के सबसे महत्वपूर्ण विभाग सामान्य प्रशासन विभाग की। प्रशासिनक अधिकारियों की किस्मत भी यही विभाग तय करता है। भारतीय प्रशासनिक सेवा, बिहार प्रशासिनक सेवा आदि के अधिकारियों का पदस्थापन व स्थानांतरण का जिम्मा इसी विभाग के पास है।
सरकार योजनाओं के भाग्य विधाताओं के भाग्य का फैसला भी यही विभाग करता है। लेकिन इस विभाग की वेबसाइट अद्यतन नहीं हो पायी है। बिहार कैडर के आइएएस अधिकारियों की अपलोड लिस्ट राज्य सरकार की वेबसाइट पर जनवरी, 2013 की है।
जबकि पिछले डेढ़ वर्षों में प्रशासनिक महकमे में व्यापक फेरबदल हुआ है। सरकार भी बदल गयी, लेकिन आइएएस अधिकारियों की लिस्ट नहीं बदली।
वेबसाइट पर अपलोड लिस्ट में से करीब दर्जन भर लोग सेवानिवृत्त हो गए। सेवानिवृत्त केंद्रीय गृहसचिव राजकुमार सिंह अब सांसद भी बन गए हैं। मुख्य सचिव अशोक कुमार सिन्हा सेवानिवृत्त गए, जबकि मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह मुख्य सचिव बन गए हैं। जनवरी ,13 की अपलोड लिस्ट के अनुसार, आरके सिंह (30-6-13), अनिल कुमार उपाध्याय (31-1-13), अशोक कुुमार सिन्हा (30-6-14), विजय कुमार वर्मा (31-8-13), अनिल कुमार (30-6-13), कुमारेश चंद्र मिश्र (30-6-14), फूल सिंह (30-6-13), बीवी श्रीवास्तव (30-11-13), यूके नंदा (31.8.13), बी भामथी (31-8-13), सी अशोक बर्धन (30-11-13), जयराम मीणा (30-4-14), शिवशंकर राम (28-2-13) आदि सेवानिवृत्त हो गए हैं।
सामान्य प्रशासन विभाग ने लिस्ट बदलना या हटाना आवश्यक नहीं समझा। बल्कि एक अन्य लिस्ट अपलोड कर दिया है, जिसमें 1 जुलाई, 14 की नवीनतम पदस्थापन की स्थिति का जिक्र किया गया है। इस अतिरिक्त लिस्ट के अनुसार, बिहार कैडर में मुख्य सचिव स्तर के 10 अधिकारी, प्रधान सचिव स्तर के 30 , सचिव स्तर के 29, विशेष सचिव स्तर के 9, अपर सचिव स्तर के 31, संयुक्त सचिव स्तर के 94, कनीय पद स्तर के 11 और परीक्ष्यमान 15 आइएएस अधिकारी हैं ।