उत्तर प्रदेश के बाद बिहार में भी भीम आर्मी का गठन किया गया है. बहुजन छात्र नेता अमर आजाद के नेतृत्व में पटना के अम्बेडकर शोध संस्थान में प्रदेश स्तर का कार्यक्रम आयोजित कर द ग्रेट भीम आर्मी का गठन किया गया. ध्यान रहे कि उत्तर प्रदेश का नीला गमछा वाला भीम आर्मी रविवार को दिल्ली के जंतर – मंतर पर सहारनपुर दंगे के खिलाफ धरना देकर चर्चा में आए. नौकरशाही डेस्क
रविवार को एक कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता श्रवण पासवान के प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से अमर आजाद को द ग्रेट भीम आर्मी का सेनापति चुना गया. अपने भाषण में अमर आजाद ने कहा कि पूरे बिहार के दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समाज को एकजूट करना एक बड़ी चुनौती है. हमारी भीम आर्मी इस चुनौती को जमीन पर उतार के दिखायेगी.
उन्होंने कहा कि इस तबके के लोगों के साथ बिहार ही नहीं देश में कहीं भी अन्याय हुआ तो द ग्रेट भीम आर्मी वहां जाकर लोकतंत्रिक और संवैधानिक तरीके से उनकी लड़ाई लड़ेगी. नीला गमछा भीम आर्मी की खास पहचान होगी. हम अम्बेडकर, फूले, पेरियार के विचारों पर कार्य करेंगे। दशरथ मांझी हमारे आदर्श हैं. हम आरएसएस और बजरंग दल जैसी विचारधारा वाली संगठनों के खिलाफ भी आवाज बुलंद करेंगे और वे जिस भाषा में समझेंगे, हम उसी भाषा में उन्हें जवाब देंगे.
भीम आर्मी के संयोजक मंडल के सदस्य कमलेश आर्या ने कहा कि जल्द ही द ग्रेट भीम आर्मी के सदस्य दलित विधायक-मंत्रियों से मिलकर पूछेंगे कि आप आरक्षित सीट से चुनाव जीते, सरकार में दलितों की हिस्सेदारी हो, इसलिए आपको मंत्री बनाया गया, आपने दलितों के लिए क्या किया ? दिवाकर राम ने कहा कि हमारी आर्मी वंचित तबके के लिए चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी उनतक पहुंचाने का काम भी करेगी.
अजय पासवान ने कहा कि अगर कोई अधिकारी काम करने में आना-कानी करेंगे तो भीम आर्मी की टीम उनसे मिलकर सवाल करेगी कि काम क्यों नहीं हो रहा है. साथ ही इसका वीडियो बना कर सोशल मीडिया में वायरल किया जाएगा. रविन्द्र राम, अमरजीत राम, भोला पासवान, गौतम कुमार, चंदन कुमार पासवान, आलोक कुमार, चन्द्र भानु यादव, शौकत अली, प्रभात यादव, अजय यादव ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया.