मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा है कि सरकार उद्योगों के विकास के लिए वचनबद्ध है। इसके लिए उद्यमियों को हरसंभव मदद कर रही है। आज पटना में बिहार राज्य राईस मिलर्स एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उद्योगों के विकास के लिए उद्योग परिषद का गठन किया गया है। आगामी 29 दिसंबर को उद्यमी पंचायत का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें उद्यमियों की समस्याओं को सुना जाएगा और उनका निराकरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार एसोसिएशन की उचित मांगों को स्वीकार करने को तैयार है।
पूर्व सांसद जगतानंद सिंह ने कहा कि किसान खुशहाल होंगे, तभी राज्य का विकास होगा। राज्य को बिहारवासियों की मेहनत, लगन और संघर्ष से आगे बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि समग्र और समन्वित विकास के लिए साझा प्रयास जरूरी है। खाद्य सुरक्षा कानून लागू हाने के बाद किसानों की भूमिका महत्वपूर्ण हो गयी है। पूर्व सांसद ने कहा कि किसानों को उत्पाद का उचित मूल्य दिलाकर ही किसानों को समृद्ध बनाया जा सकेगा।
एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधाकर सिंह ने कहा कि मिलर्स सरकार के साथ पूरी तरह से मिलकर काम करने को तैयार हैं। लेकिन सरकार को भी मिलरों के बकाये का भुगतान, समय से राशि आवंटन और तकनीकी परेशानियों का निराकरण होगा। इस मौके पर बिहार राज्य राईस मिलर्स एसोसिएशन ने ज्ञापन भी मुख्यमंत्री को सौंपा। इसमें नौ सूत्री मांगों में मिलरों से जुड़ी मांगों को उठाया गया है।