पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का धरना और उपवास पटना के गांधी मैदान में शुरू हो गया है। इसमें मांझी मंत्रिमंडल में मंत्री रहे नीतीश मिश्र, वृषिण पटेल, नरेंद्र सिंह, महांचद्र प्रसाद सिंह, बागी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, रवींद्र राय, पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी, शकुनी चौधरी भी मौजूद हैं। यह उपवास मांझी सरकार के फैसलों को रद्द करने के विरोध में किया जा रहा है।
बिहार ब्यूरो
उपवास कार्यक्रम करीब साढ़ दस बजे शुरू हुआ। इसका आयोजन नवगठित हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने किया है। यही मोर्चा जदयू के बागियों का मंच बना हुआ है। इसके संयोजक पूर्व मंत्री वृषण पटेल हैं। उपवास पर बैठे मांझी ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि उनका फैसला जनता के हित में था, गरीबों के हित में था। लेकिन नीतीश कुमार ने उन फैसलों को रद्द के गरीबों के अधिकार छीनने की कोशिश की है। इसका ह रस्तर पर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि उनके फैसले गलत थे तो अभी जो फैसला नीतीश कुमार ले रहे हैं, वह कैसे सही होगा। अभी नीतीश कुमार को विधान सभा में बहुमत साबित करना है।
इससे पहले मांझी और पूर्व मंत्री अपने समर्थकों के साथ उपवास स्थल पर पहुंचे। समर्थक नारे लगा रहे थे। समर्थकों में भी उत्साह था। पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी काफी दिनों बाद आज सार्वजनिक मंच पर राजनीतिक मुद्दों के समर्थन में खड़े दिखे। उन्होंने लालू यादव को सलाह दी कि मांझी को आगे बढ़ाकर राजनीति करनी चाहिए, ताकि बिहार को नया विकल्प मिल सके।