सत्तारुढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने पूर्व विधायक और पटना के गंगा देवी महिला महाविद्यालय की प्राचार्य डा. ऊषा सिन्हा को टॉपर्स घोटाले में संलिप्तता के मद्देनजर जदयू ने उन्हें फिर से पार्टी का सदस्य नहीं बनाने का फैसला लिया है । पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि श्रीमती सिन्हा के खिलाफ जिस तरह के आरोप लगे हैं, उसे पार्टी ने गंभीरता से लिया है और इसी के मद्देनजर पार्टी की उनकी सदस्यता को फिर से बहाल नहीं करने का फैसला लिया गया है । उन्होंने बताया कि श्रीमती सिन्हा फिलहाल पार्टी की पदाधिकारी नहीं हैं और वह एक सामान्य सदस्य थीं ।
श्री सिंह ने बताया कि पार्टी का सदस्यता अभियान पांच जून से शुरू है और इस अभियान के दौरान नये सदस्यों को जोड़ने के साथ पुराने सदस्यों की सदस्यता का नवीनीकरण भी होता है । उन्होंने बताया कि पार्टी ने फैसला लिया है कि श्रीमती सिन्हा की सदस्यता का नवीनीकरण नहीं किया जायेगा । अब वह जदयू की सदस्य नहीं रहीं । उल्लेखनीय है कि नालंदा जिले के हिलसा से जदयू की पूर्व विधायक श्रीमती सिन्हा और उनके पति तथा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष प्रो. लालकेश्वर प्रसाद टॉपर्स फर्जीवाड़ा में संलिप्त पाये गये हैं । कल ही दोनों के खिलाफ अदालत से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था। विशेष जांच दल (एसआईटी) प्रो. सिन्हा और प्रो.प्रसाद को पूछताछ के लिए पिछले कई दिनों से तलाश कर रहा है ।