खगड़िया-मानसी में ऋद्धि-सिद्धि कम्पनी की कथित लूट के खिलाफ विधायक पूनम देवी ने हल्ला बोल दिया है, इतना ही नहीं उन्होंने इस संबंध में गुरुवार को विधानसभा में गैर सरकारी संकल्प भी पेश किया है.

उन्होंने सदन में इस संबंध में सरकार से जवाब तलब किया है.
ऋद्धि-सिद्धि प्राइवेट लिमिटेड सिंगापुर की कम्पनी है जो खगड़िया-मानसी क्षेत्र में उपजने वाले मक्का किसानों के मक्का खरीद कर विदेशों में सप्लाई करती है. लेकिन इस संबंध में पूनम देवी का कहना है कि इस कम्पनी ने इस क्षेत्र में ऐसा एकाधिकार कायम कर लिया है कि दूसरे खरीददारों को प्रतियोगिता करने का अवसर भी नहीं देती जिसके कारण किसान अपने अनाज औने-पौने में उसी के हाथों बेचने पर मजबूर हो जाते हैं.
उधर स्थानीय जद यू नेता रणवीर यादव इस कम्पनी के एकाधिकार को समझाते हुए बताते हैं कि यह कम्पनी ट्रेनों के 200 रैक बुक कर लेती है. चूंकि एक व्यक्ति के नाम पर 7 रैक ही बुक किये जा सकते हैं इसलिए वह अपने कर्मचारियों के नाम पर 200 रैक बुक कर लेती है.
इस प्रकार दूसरे खरीददारों को रैक ही नहीं मिलता. इसका नतीजा यह होता है कि जब किसान अपने अनाज बेचने जाते हैं तो वह उन्हें मजबूर करके अधिकतम 800 रुपये प्रति क्युंटल का भाव लगाती है. जबकि सरकारी खरीद मूल्य 1370 रुपये प्रति क्युंटल है.
ध्यान रहे कि खगड़िया क्षेत्र देश का सबसे बड़े मक्का उत्पादक क्षेत्रों में से एक है. लेकिन किसानों को उसका उचित मूल्य नहीं मिलने के कारण वो भुखमरी के शिकार हो जाते हैं.
हालांकि पूनम देवी सत्ताधारी पार्टी की विधायक हैं, फिर भी सरकार उनकी बातों पर ध्यान क्यों नहीं देती? इस सवाल का जवाब रणवीर यादव देते हुए कहते हैं कि रेलवे की रैक बुंकिंग का मामला रेल मंत्रालय से जुड़ा है. इसलिए इस कालाबाजारी को अकेले राज्य सरकार नहीं बंद कर सकती.
पूनम देवी ने यह सवाल सदन में रखा है. उन्हें उम्मीद है कि सरकार इस पर अपना पक्ष रखेगी और इस कालाबाजारी को रोकने के लिए कोई कदम उठाया जा सकेगा.