नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने के बाद पहली बर एक मंच पर साथ आये नीतीश और लालू ने बिहरार से भाजपा को बोरिया बिस्तर समेटवाने का भरोसा दिलवाया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद हिंदुस्ता अखबार द्वारा आयोजित हिंदुस्तान समागम कार्यक्रम में शरीक हुए. इस अवसर पर दोनों नेताओं ने भाजपा पर जम कर आक्रमण किया.
जनता परिवार के विलय को लेकर जारी खींचतान के दौरान लालू के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को भी साथ लिए जाने का सुझाव देने तथा पटना के गांधी मैदान में आयोजित दो कार्यक्रमों में लालू और नीतीश के शामिल होने की पूर्व घोषणा के बावजूद नीतीश के भाग नहीं लेने पर इन दोनों नेताओं के बीच मतभेद की चर्चा शुरू हो गई थी।
हिन्दुस्तान समागम कार्यक्रम में नीतीश ने भाजपा पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा हम पर जातिवाद का आरोप लगाती है, पर हकीकत यह है कि उसकी राजनीति जाति आधारित है तथा वह वोट हासिल करने के लिए जातिगत सम्मेलन और अधिवेशन आयोजित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ती है.
गौरतलब है कि लालू और नीतीश के बीच कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री उम्मीदवार, सीट शेयरिंग को ले कर मतभेद आ गये थे. लेकिन समाजवादी पार्टी के प्रयास से दोनों दलों का आपसी तकरार खत्म हो गया.