यूपी के बिजनौर में एनआईए के डीएसपी तंजील अहमद की हत्या मामले में आरोपी मुनीर गिरोह के शूटर अतीउल्लाह को एसटीएफ ने बुधवार को अलीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है. वह बिहार के बेतिया का रहने वाला है.
विनायक विजेता
तंजील अहमद की हत्या एक शादी समारोह से लौटते वक्त रास्ते में उनकी कार में ही गोलमार कर कर दी गई थी। इस घटना के बाद अतीउल्लाह की गिरफ्तारी पर यूपी सरकार ने 50 हजार रुपये की इनाम की भी घोषणा कर रखी थी।
अब्दुल्ला अंसारी का पुत्र अतीउल्लाह मूल रुप से बिहार के पश्चिम चंपारण जिला मुख्यालय बेतिया के बेलदारी टोला का निवासी है। यूपी एसटीएफ के एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि अतीउल्लाह ने छठवीं क्लास तक बेतिया में ही पढ़ाई की। उसके बाद बेतिया के ही उसके एक पड़ोसी जफर भाई उसे आगे की पढ़ाई के लिए अलीगढ़ ले आए। माध्यमिक शिक्षा पुरी करने के बाद उसने अलीगढ़ विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग में डिप्लोमा की पढ़ाई के लिए नामांकन कराया। उस वक्त में यह विश्विद्यालय छात्रों के दो गुटों में बटा था जिसमें एक गुट का सरगना अपराधी प्रवृति वाला कुख्यात मुनीर था।
अतीउल्लाह मुनीर गैंग से ही जुड़ा था और कई बार मुनीर के साथ मिलकर विश्विद्यालय परिसर में गोलेबारी भी की जिसमें विरोधी गुट के कई लोग घायल भी हुए। 18 सितम्बर 2015 को इसने मुनीर और गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर विरोधी गुट के सरगना आलमगीर को अलीगढ़ में ही छलनी कर डाला।
हत्या के बाद बिहार भागा था
इसके बाद मुनीर दिल्ली भाग गया तथा पुलिस से बचने के लिए अतीउल्लाह बिहार भाग आया। इसके कुछ दिनों बाद इसकी मुनीर से नेपाल में मुलाकात हुई और दोनों कुछ दिनों के बाद वापस यूपी लौटकर आपराधिक वारदातों को अंजाम देकर छूपने के लिए बेतिया भाग आते।
बुधवार की सुबह यूपी एसटीएफ को पता चला कि एनआईए अधिकारी तंजील अहमद की हत्या में वांछित इनामी शूटर अतीउल्लाह अलीगढ़ आया हुआ है। बुधवार को एसटीएफ ने जाल बिछाकर अलीगढ़ के थाना बन्नी देवी पुलिस के सहयोग से उसे घेर लिया। बचने का कोई रास्ता न देखकर अतीउल्लाह ने पिस्टल निकालकर पुलिस दल पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी तब अपने बचाव में फायरिंग करते हुए अतीउल्लाह को दबोच लिया।
उसके पास से .32 बोर की एक पिस्टल, कारतूस के चार खाली खोखे, एक जिन्दा कारतूस व एक स्पलेण्डर मोटरसाकिल बरामद की गई। यूपी एसटीएफ के एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अतीउल्लाह पर यूपी के अलीगढ़ के विभिन्न थानों में 13 अपराधिक मामले दर्ज हैं। बिहार पुलिस से भी उसके बारे में विस्तृत जानकारी और बिहार में उसके अपराधिक इतिहास का ब्योरा देने का आग्रह किया जा रहा है।