महाराष्ट्र में एनडीए को उनके महत्वपूर्ण घटक दल शिवसेना ने जोरदार झटका दिया है. आज पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक के बाद यह फैसला किया कि वह 2019 में अकेले अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी.ध्यान रहे कि पिछले दिनों नोटबंदी और किसानों के संवेदनशील मुद्दों को लेकर शिवसेना ने गठबंधन की सीमा लांघ कर केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की फड़णवीस सरकार पर खूब निशाना साधा था.
नौकरशाही डेस्क
आज हुए पार्टी की बैठक के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया कि अगला विधानसभा चुनाव भी पार्टी अकेले ही लड़ेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी ने फैसला किया है कि राज्य में पार्टी अपने दम पर आगे चुनाव लड़ेगी और राज्य के बाहर भी हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी. पार्टी की हार होती है या जीत यह जरूरी नहीं, पार्टी की विचारधारा जरूरी है.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के गठबंधन की सरकार है. हालांकि पिछला चुनाव भी शिवसेना ने अपने दम पर लड़ा था और चुनाव परिणामों के बाद सत्ता समीकरण के चलते दोनों दलों में गठबंधन हुआ था. तब महाराष्ट्र विधानसभा शिवसेना के 63 विधायक थे, जबकि भाजपा और सहयोगियों के विधायकों की संख्या 122+ 1 थी.