प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ‘जुमला’ बेचने के बाद अब ‘दवाई ‘ बेच रहे हैं। यह दवा किस परिवार के लिए बेच रहे हैं, यह अभी तय नहीं है। यह भी तय नहीं है कि इस दवा के सेवन से परिवार ‘बढ़ेगा’ या ‘निरबंस’ हो जाएगा। लेकिन पटना की सड़कों पर दवा बेचने वाला होर्डिंग्स लग गया है। इस होर्डिंग्स में नरेंद्र मोदी व अमित शाह साथ-साथ नजर आ रहे हैं।
वीरेंद्र यादव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए में कई परिवारों की पार्टियां हैं। संभवत: यह दवा उनके अपनों और सहयोगियों के लिए फायदेमंद हो सकती है। रामविलास पासवान अपने भाई रामचंद्र पासवान व बेटा चिराग पासवान के साथ लोक सभा की शोभा बढ़ा रहे हैं। उनके दूसरे भाई पशुपति कुमार पारस अलौली के चुनाव लड़ रहे हैं तो रामचंद्र पासवान के पुत्र व रामविलास के भतीजे प्रिंस राज समस्तीपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व सीएम जीतनराम मांझी खुद मखदुमपुर व इमामगंज से चुनाव लड़ रहे हैं तो उनके पुत्र संतोष मांझी कुटुंबा से हम के उम्मीदवार हैं। रालोसपा के उपेंद्र कुशवाहा के समधि भी विधान सभा में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। अब भाजपा के ही देख लें। राज्य सभा सदस्य सीपी ठाकुर के पुत्र विवेक ठाकुर बक्सर से, जबकि लोकसभा सदस्य अश्विनी कुमार चौबे के पुत्र अरिजित चौबे भागलपुर से चुनाव लड़ रहे हैं।
फूंसी और जख्म
भाजपा के रणनीतिकार कभी-कभी दूसरे की फूंसी बताने के चक्कर में अपना ही जख्म सार्वजनिक कर देते हैं। परिवार वाला मामला भी कुछ ऐसा है। वे लालू यादव के परिवार को निशाना कर होर्डिंग लगवाए होंगे। लेकिन वे भूल जाते हैं कि लालू यादव से बड़ा परिवारवादी उनके अपने ही गठबंधन में हैं। लालू यादव गठबंधन में परिवार के नाम पर दो टिकट तेजस्वी व तेजप्रताप को दिया है, जबकि उनसे बड़ी लिस्ट खुद एनडीए में है। भाजपा को ऐसे आरोपों में सतर्कता बरतनी चाहिए।