राजग के घटक हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा ने बसपा के राजग में शामिल होकर उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़ने की बसपा अध्यक्ष मायावती को सलाह दी है । हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पटना में पार्टी के दलित प्रकोष्ठ की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि बसपा अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को विधानसभा चुनाव से पूर्व राजग में शामिल हो जाना चाहिए । राजग में बसपा के शामिल होने पर विधानसभा चुनाव के दौरान हम का पूरा समर्थन रहेगा ।
श्री मांझी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बसपा के अलावा जितने भी राजनीतिक एवं गैर राजनीतिक दलित संगठन है, उन्हें एक मंच पर अब आने की जरूरत है । उन्होंने कहा कि दलितों को उनकी आबादी के अनुपात में आरक्षण मिलना चाहिए । दलितों की आबादी 25 प्रतिशत है लेकिन पुराने आकड़ों के आधार पर ही उन्हें मात्र 16 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा है और उसमें भी दलितों के आरक्षित पद भरे नहीं जा रहे हैं । हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सरकार को इसके लिये एक आयोग का गठन करना चाहिए जो दलितों की वास्तविक आबादी एवं उनके प्रतिनिधित्व का सही आंकड़ा पेश कर सके ।
राजनीति के क्षेत्र में दलितों का सही प्रतिनिधित्व मिल सके इसके लिये बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर ने पृथक निर्वाचन का प्रयास किया था जो पूरा नहीं हो सका । श्री मांझी ने कहा कि यही कारण है कि आज दलित नेताओं को गैर दलित मतदाताओं पर निर्भर रहना पड़ता है । फिर से पृथक निर्वाचन पर विचार करने की जरूरत है और इसके लिये उनकी पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन करेगी । उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा के चुनाव में महागठबंधन के नेताओं ने लोगों को भ्रम में डालकर वोट लिया और अब फिर से बिहार में जंगल राज की वापसी हो गयी है ।