पटना स्थिति एलिट इंस्टिच्यूट ने जेईई और नीट के बदले पैटर्न से छात्रों को परिचित कराने के लिए एक परिचर्चा का आयोजन रविवार को छपरा में किया.
एलिट इंस्टिच्यूट इंजिनियरिंग और मेडिकल की कोचिंग कराने वाली संस्था है.
इंस्टिच्यूट के निदेशक अमरदीप गौतम ने सेमिनार के दौरान गौतम ने छात्रों को बदले पैटर्न की गहरी जानकारी देते हुए बताया कि 2013 से जेईई मेन्स और एडवांस की अलग अलग परीक्षायें आयोजित हो रही हैं. जेईई मेन्स की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए छात्रों की 12वी परीक्षा के प्राप्तांक का 40 प्रतिशत अंक मेन्स परीक्षा में जोड़ा जाता है. इसी तरह एडवांस परीक्षा में वही छात्र शामिल हो सकते हैं जिन्होंने जेईई मेंस परीक्षा में सफलता प्राप्त की है.
अमरदीप झा गौतम ने छात्रों को प्रभावशाली तरीके से परीक्षा की बारीकियों को समझाया. इस दौरान छात्रों ने बारी बारी से अपनी समस्यायें उनके सामने रखीं जिसका समाधान गौतम ने बखूबी बताया.
एलिट इंस्टिच्यूट के निदेशक ने बताया कि आईआईटी (जी) और पीएमटी ( नीट) के बदले पैटर्न में 12 वी कक्षा के रिजल्ट को महत्वपूर्ण बना दिया गया है. इसका मतलब यह हुआ कि अब छात्रों को मात्र प्रतियोगी परीक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के बजाये 12 वीं के रिजल्ट पर भी ध्यान देना होगा.
सेमिनार में मगध विश्विद्यालय के प्रोफेसर अनिल कुमार रॉय ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छात्रों को जीवन में सफल होने के लिए अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने के साथ अपना लक्ष्य भी निर्धारित करना चाहिए और उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अपनी ऊर्जा समर्पित कर देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि लक्ष्य निर्धारि नहीं करने वाले ही जीवन में असफल होते हैं और जबकि सुनिश्चित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रयास करने वाले छात्र ही सफल होते हैं.