एसडीपीओ निर्मला कुमारी कथित यौन शोषण मामले में तेजी से जांच आगे बढ़ रही है. इस बीच इस मामले की आगे की जांच पुरुष अफसर की जगह महिला अफसर को सौंप दी गयी है.
महिला अफसर की नियुक्ति के पीछे तर्क है कि ऐसा करने से निर्मला सहजतापूर्वक अपनी बात कह सकें.
पहले यौन शोषण के इस कतित मामले की जांच डीजीपी पीके ठाकुर ने डीएसपी राजन सिन्हा को सौंपी थी . राजन पुलिस मुख्यालय में हैं. लेकिन अब इस मामले की जांच महिला सब इंस्पेक्टर अनामिका यादव को सौंप दी गयी है.
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गौरतलब है कि भभुआ की तत्कालीन एसडीपीओ निर्मला कुमारी ने अपने ही एसपी पुष्कर आनंद पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण का सनसनीखेज आरो लगाया था. इतना ही नहीं निर्मला ने इन आरोपों को बाजाब्ता प्रेस कांफ्रेंस करके दुहराया था. इस मामले के प्रकाश में आने के बाद गृह विभाग ने दोनों अफसरों का तबादला कर दिया. हालांकि जांच के लिए निर्मला फिलहाल नये पद पर नहीं गयी हैं. इस क्रम में याद दिला दी जाये कि बीते शुक्रवार को निर्मला की मेडिकल जांच की गयी. जांच रिपोर्ट अभी आनी है.
2009 बैच के आइपीएस अधिकारी पुष्कर आनंद और 2005 बैच की बिहार पुलिस सेवा की अधिकारी निर्मला कुमारी की उम्र में कम से कम पांच का अंतर है। पुष्कर की जन्मतिथि 1978 है, जबकि निर्मला कुमारी की जन्मतिथि 1973 बतायी जाती है। पुष्कर आंनद ने सिर्फ शादी के प्रस्ताव से इंकार किया है। शारीरिक संबंधों पर मौन साधे हुए हैं, जबकि निर्मला ने अंतरंग संबंधों की बात स्वीकार की है।
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