पटना में आयोजित बामसेफ के राज्य स्तरीय अधिवेशन ने वक्ताओं ने ब्रह्मणवाद को एससी,एसटी और ओबीसी के लिए बड़ा खतरा बताया है.
इस अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में पटना विश्वविद्यालय के कुलपति वाईसी सिम्हाद्री समेत अनेक प्रतिनिधियों ने संबोधित किया. सिम्हाद्री ने कहा कि सामाजिक क्रांति के लिए सामाजिक संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका है.
उन्होंने कहा कि मायावती जैसी दलित नेता भी सामाजिक आंदोलनों से ही निकली हैं. इसलिए सामाजिक संगठनों को और सशक्त करने की जरूरत है. उन्होंने ने अपने संबोंधन में सामाजिक संगठनों के बारे में अनुभवों को साझा गया. उन्होंने कहा कि बामसेफ जैसे संगठनों गैरबराबरी को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
इस अवसर पर मूलनिवासी संघ के प्रतिनिधि उमेश रजक ने ब्रहम्णवाद पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि उसके जाल में आज एससी, एसटी और ओबीसी के लोग फंस गये हैं.
उन्होंने ब्रहमणवाद को दुश्मन घोषित करते हुए पिछड़ों और दलितों को चेतावनी दी कि वे उसके जाल से निकलें और उसकी साजिश पहचानें क्योंकि वे हमारे दुश्मन हैं.
बामसेफ का यह अधिवेशन कल भी चलेगा. इसमें राज्य भर के 38 जिलों से लगभग 400 प्रतिनिधि शामिल हुए हैं.
बामसेफ के राज्य प्रमुख डाक्टर राजीव कुमार के नेतृत्व में यह अधिवेशन आयोजित किया गया है. अधिवेशन में बामसेफ के राष्टीय अध्यक्ष दया राम समेत अनेक राष्ट्रीय नेता भी शामिल थे.