दिल्ली सरकार के एंटी करप्श्न ब्यूरो (एसीबी) के ऑफिस में बातचीत रिकॉर्ड करने वाले उपकरण पाए गए हैं। हाल ही में एलजी नजीब जंग ने एमके मीणा को एसीबी का चीफ बनाया है। एसीबी चीफ के ऑफिस में रिकॉर्डिंग उपकरणों के मौजूदगी की जांच की जा रही है। जांच में पता लगाया जाएगी कि ये उपकरण प्लांट करवाए गए हैं या गलती से वहां से छूट गए हैं।
एसीबी के नए चीफ एमके मीणा ने खुद इस डिवाइस को ट्रेस किया है। उन्होंने बताया कि यह रिकॉर्डिंग डिवाइस उनके ऑफिस के मेज पर रखे पेन स्टैंड में लगी हुई थी। मीणा ने इस बारे में एलजी नजीब जंग के कार्यालय और दिल्ली पुलिस कमिश्नर को जानकारी दे दी है। एमके मीणा को हाल ही में उपराज्यपाल ने पूर्व एसीबी का चीफ एसएस यादव को हटाते हुए नया एसीबी चीफ नियुक्त किया है।
नए एसीबी चीफ के तौर पर एमके मीणा की नियुक्ति को लेकर दिल्ली सरकार और एलजी नजीब जंग के बीच विवाद चल रहा है। दिल्ली सरकार ने मीणा की नियुक्ति को खारिज करते हुए उन्हें वापस गृह मंत्रालय में रिपोर्ट करने को कहा है। जबकि मीणा ने साफ तौर पर इससे इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि उनकी नियुक्ति उपराज्यपाल के सरकारी आदेश से हुई है। मीणा दिल्ली सरकार की आपत्तियों के बावजूद अपने कार्यकाल में काम कर रहे हैं। जबकि दिल्ली सरकार में विजिलेंस डायरेक्टर के सचिव ने उनकी नियुक्ति को यह कहते हुए चुनौती दी है कि एसीबी में ज्वाइंट सीपी लेवल के अधिकारी की कोई जरूरत नहीं है।