रेलवे ने वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी की बोगियों को चरणबद्ध ढंग से हटाने और उनकी जगह वातानुकूलित थ्री टियर (एसी-3) कोचों को बढ़ाने का फैसला किया है और संकेत दिये हैं कि यात्रियों के विरोध के कारण फ्लैक्सी किराया प्रणाली को वापस लेकर सभी गाड़ियों के मूल किराये में एक समान बढ़ोत्तरी की जायेगी।
रेलवे बोर्ड के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रेलवे की 13 हज़ार यात्री गाड़ियों में धीरे-धीरे एसी-2 कोचों को कम करते हुए बंद किया जायेगा और उनकी जगह एसी-थ्री कोचों की संख्या को बढ़ाया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिन यात्री गाड़ियों में 20 या 22 कोच लगते हैं और उन्हें 24 कोच की गाड़ी बनाने का जो निर्णय हुआ है उनमें एसी-3 कोच ही बढ़ाये जायेंगे ।
सूत्रों ने कहा कि एसी-3 कोचों से परिचालन लागत निकल रही है और पूरी तरह से एसी-3 कोच वाली गाड़ियों से कुछ मुनाफा भी हो रहा है । उन्होंने कहा कि रेलवे की कोशिश है कि गैरवातानुकूलित शयनयान श्रेणी के कोचों को भी कम करके एसी-3 कोचों को बढ़ाया जाए।
राजधानी, शताब्दी, दूरंतो गाड़ियों में फ्लैक्सी किराया प्रणाली की समीक्षा से जुड़े सवालों पर आधिकारिक सूत्रों ने संकेत दिया कि इस प्रणाली को वापस लेने की दशा में वैकल्पिक उपायों पर विचार किया जा रहा है ।