गोपीनाथ मुंडे महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री तो रहे ही पिछले कुछ दश में वह महाराष्ट्र बीजेपी के सबसे बड़े चेहरे के रूप में उभरे थे उनके कद का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मोदी सरकार ने उन्हें ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय सौंपा था.
पढें-
सड़क हादसे में केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की मौत
गोपीनाथ मुंडे महाराष्ट्र राज्य में भारतीय जनता पार्टी का चेहरा बन के उभर थे. लोकसभा में विपक्ष के उपनेता गोपीनाथ मुंडे महाराष्ट्र भारतीय जनता पार्टी के सबसे चमकदार चेहरे के रूप में थे जिनकी एक आवाज पर भीड़ इक्ट्ठी हो जाती थी. महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी को खड़ा करने वालों में उनका नाम लिया जाता रहेगा. गोपीनाथ मुंडे पिछड़े वर्गों में अच्छा प्रभाव रखने वाले महत्पूर्ण ओबीसी नेता थे.महाराष्ट्र प्रदेश में उन्हें भारतीय जनता पार्टी का अकेला जननेता माना जाता है। वे 42 साल से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े है.
गोपीनाथ पांडुरंग मुंडे का जन्म नारथा महाराष्ट्र में एक कृषक परिवार पांडुरंग मुंडे के घर हुआ था। उनकी माँ का नाम लिंबाबाई मुंडे था। इनके अलावा पांडुरंग मुंडे को दो पुत्र थे. गोपीनाथ मुंडे की प्राथमिक शिक्षा जिल्हापरिषद नाथ्रा में ही सम्पन्न हुई. इसके बाद उन्होंने आंबेजोगाई के योगेश्वरी शिक्षण संस्था स्वामी रामानंद तीर्थ महाविद्यालय में अध्ययन किया. उन्होंने वाणिज्य में उपाधि प्राप्त की.
गोपीनाथ मुंडे भारतीय जनता पार्टी के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन के बहनोई थे. विधायक धनंजय मुंडे भाजपा सांसद गोपीनाथ मुंडे के भतीजे हैं.
स्नातक की शिक्षा समाप्त करने के पश्चात वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गये और देशसेवा का व्रत लेते हुये यहीं से अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की। मुंडेजी संघवादी थे जो सारा जीवन सादगी से रहे और गरीबों की सेवा में अपनी पूरी जिंदगी को समर्पित की.
मुंडे महाराष्ट्र की विधानसभा में 1980 से 2009 तक तक विधायक रहे. इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र राज्य के उपमुख्यमंत्री का कार्यभार भी संभाला. मुंडे की बेटी पंकजा ही मुंडे की विरासत की हकदार हैं. पंकजा विधानसभी कि सदस्य है.