ऑटोचालकों की राज्यव्यापी हड़ताल, सात संघ समर्थन में तीन विरोध में
नौकरशाही डेस्क, पटना
सोमवार को ऑटो चालको की बिहार में राज्यव्यापी हड़ताल होने वाली है. इसके पहले ही इस हड़ताल को लेकर ऑटोचालक संघ दो फाड़ में बंट गये हैं. सात चालक संघों ने जहां हड़ताल में भाग लेने की घोषणा की है, तो तीन संघों ने इसका विरोध किया है. पटना महानगर टेंपो चालक संघ, प्रगतिशील ऑटो-रिक्शा चालक यूनियन और पटना जिला महिला-पुरुष ऑटो रिक्शा चालक संघ ने सोमवार को ऑटो चलाने की घोषणा की है. तीनों संघों के अध्यक्षों का कहना है कि पथ परिवहन व सुरक्षा विधेयक 2016 केंद्र सरकार की ओर से पारित किया गया है. राज्य सरकार की इसमें कोई भूमिका नहीं है. ऐसे में हड़ताल का फैसला राजनीति से प्रेरित है. हालांकि, तीनों संघों ने विधेयक में बढ़े शुल्क को वापस लेने की मांग की है. समर्थन में आये सात संघों का कहना है कि शुल्क में 100 से 1000 फीसदी की बढ़ोतरी की गयी है. यह चालकों के साथ-साथ आम लोगों का आर्थिक दोहन है. केंद्र सरकार इस फैसले को वापस ले. सोमवार को सभी सात संघों से जुड़े सदस्य ऑटो व अन्य परिवहन व्यवस्था को ठप रखेंगे. शुक्रवार को ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन, बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन, भारतीय प्राइवेट ट्रांसपोर्ट मजदूर महासंघ, नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स, परिवहन मजदूर महासंघ व ऑटो रिक्शा चालक संयुक्त संघर्ष मोरचा ने हड़ताल पर जाने का संयुक्त फैसला किया था. वहीं, शनिवार को एक और संगठन बिहार राज्य ऑटो रिक्शा चालक संघ ने भी हड़ताल को नैतिक समर्थन दिया है.