प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अहम फैसला लेते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत छोड़ने के दूसरे दिन ही विदेश सचिव सुजाता सिंह को हटा दिया है. महत्वपूर्ण यह है कि यह फैसला सुषमा स्वराज की इच्छा के खिलाफ लिया गया.
सुजाता सिंह की जगह एस जय शंकर को विदेश सचिव नियुक्त कर दिया है.
मोदी के काम का यह स्टाइल रहा है कि वह अपने मंत्रियों पर अपनी मर्जी से अफसर थोपते हैं. इससे पहले वह राजनात सिंह ने जिस अफसर को निजी सचिव बनाना चाहा ता उसे मोदी नेर रिजेक्ट कर दिया ता.
एस जय शंकर बने नये विदेश सचिव
जयशंकर ने जब पदभार संभाला तब वहां सुजाता सिंह मौजूद नहीं थीं, जबकि परंपरा के अनुसार पूर्व विदेश सचिव नए विदेश सचिव के कार्यभार संभालने के दौरान मौजूद रहते हैं.
भास्कर डॉट कॉम के मुताबिक पीएम मोदी और सुजाता के बीच दूरी दो माह पहले ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान सामने आई थी और पीएम सुजाता के काम करने के तरीके से खुश नहीं थे. खास बात यह है कि सुजाता के रिटायरमेंट में अभी आठ माह बाकी थे. सुजाता को अब किस पद की जिम्मेदारी दी जायेगी अभी यह साफ नहीं हो पाया है.
जय शंकर 1977 बैच के आईएफएस अधिकारी हैं. माना जा रहा है कि सितंबर में मोदी की अमेरिका यात्रा और हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की सफल भारत यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है.
1976 बैच की अफसर सुजाता ने जून 2013 में विदेश सचिव का पद संभाला .