औरंगाबाद के सरकारी स्कूलों में बारात ठहराने पर पाबंदी के आदेश की आलोचना करने वालों को डीएम कंवल तनुज ने जवाब दिया है.
डीएम कंवल तनुज ने कहा है कि जिन्हें इस आदेश से एतराज है , क्या वह स्कूल की स्वच्छता की जिम्मेदारी अपने सर लेंगे और खुद डस्टबिन व झाड़ू अपने हाथ लें और सफाई सुनिश्चत करेंगे?
गौरतलब है कि डीएम कंवल तनुज के इस फरमान की फेसबुक पर बड़े पैमाने पर आलोचना हो रही है. डीएम ने निर्देश दिया था कि किसी भी सरकारी या गैर सरकारी स्कूल में बारात ठहरने पर पाबंदी लगाई जाये.
इस आदेश के बाद लोगों का कहना था कि कमजोर वर्ग के लोगों को अपनी बेटियों की शादी में बारातियों को ठहराने का विकल्प था जिसे डीएम ने छीन लिया है. इन आलोचनाओं का जवाब देते हुए तनुज ने फेसबुक पर लिखा स्कूल में बारात से गंदगी और गंदगी से बच्चों की बीमारी की शिकायत थी। प्लेट वगैरह जूठन के साथ छोड़ देने से स्कूल का माहौल खराब हो रहा था।
तनुज ने यह भी लिखा कि बारात से व्यक्तिगत दिक्कत नहीं, हालांकि बारात को स्कूल में रोके जाने की सरकार से भी अनुमति नही है। ये आदेश इसलिए भी निकाला गया है ताकि अगर कोई बारात रुकवाए भी,तो कम से कम कोई गंदगी या निशान नहीं छोड़े।जो लोग आलोचना कर रहे, वे लोग अपने समर्थकों के साथ जिम्मेदारी लें कि हर बारात के बाद वे खुद झाड़ू और dustbin लेकर स्कूलों की सफाई सुनिश्चित कराएंगे। सिर्फ फेसबुक पर विरोध करने से समाजसेवा नहीं होती।आगे आएं और खुद स्वच्छता में सहयोग करें।