बिहार के औरंगाबाद में बलुआ मोड़ के पास प नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा बिछाए लैंड माइंस को निष्क्रिय करने गई सीआरपीएफ और ढिबरा थाना की टीम अचानक हुए विस्फोट की चपेट में आ गई।
विनायक विजेता
इस विस्फोट में सीआरपीएफ के एक जवान की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि सीआरपीएफ के दूसरे जवान की मौत अस्पताल ले जाने के दौरान हो गई।
इस भयंकर विस्फोट में ढिबरा थाना के थानाध्यक्ष अमर कुमार सहित आठ अन्य जवान घायल हुए हैं जिनमें तीन की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
गंभीर रुप से घायल पुलिसकर्मियों को बेहतर इलाज के लिए पटना भेजने के लिए औरंगाबाद जिला प्रशासन ने पुलिस मुख्यालय से हैलीकॉप्टर की मांग की है।
सूत्रों के अनुसार ढिबरा थाने को बलुआ मोड़ के पास विस्फोटक बिछाए जाने की सूचना थी जिस सूचना के बाद थानाध्यक्ष सीआरपीएफ और थाना पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे थे।
सभी बम के समीप पहुंचे ही थे तभी वहां विस्फोट हो गया। सभी घायलों घटनास्थल से एक एम्बुलेंस द्वारा औरंगाबाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि माओवादियों ने चुनाव का बहिष्कार कर रखा है और कई दलों के उम्मीदवारों को अपना कार्यालय बंद करने की धमकी भी दी है।