भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने जेएनयू छात्रसंघ के नेता कन्हैया का बचाव करते हुए आज कहा कि उसने न तो कोई राष्ट्रविरोधी भाषण दिया है और न ही उसने संविधान के विरोध में कुछ कहा है।
श्री सिन्हा ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर लिखा , “मैंने कन्हैया का भाषण सुना है, वह बिहार का बेटा है। कन्हैया ने न ही अपने भाषण में कोई राष्ट्रविरोधी नारा लगाया है और न ही संविधान से अलग हटकर ही कुछ कहा है। उन्होंने कन्हैया की जल्द से जल्द रिहाई की कामना की है।” शॉटगन ने अपने अगले ट्वीट में लिखा है कि जेएनयू अभी राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है।
भाजपा सांसद ने लिखा , “जेएनयू में राष्ट्र के निर्माता और देश के भाग्यविधाता युवा पढाई करते हैं जो आनेवाले कल के भविष्य हैं ,साथ ही यहां के शिक्षक भी अपना आदरणीय स्थान रखते हैं। एेसे आदर्श संस्थान को इन घृणित कार्यों और राजनीति से बचाना चाहिए और यहां राजनीतिक मतभेद के लिए जगह नहीं होनी चाहिए।” इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि यदि श्री सिन्हा की नीतियों में विश्वास नहीं है तो उन्हें पार्टी छोड़ देना चाहिए और पटना लोकसभा सीट से इस्तीफा दे देना चाहिए। पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि श्री सिन्हा का बयान को उचित नहीं कहा जा सकता है।