आर्थिक तंगी से जान गंवा देने वाले व्यक्ति को सरकार से मिलने वाले कफन के पैसे को मुखियाजी पर , खा जाने का आरोप लगा है कफनचोर मुखिया पर अब शामत आ गयी है.
सैयद नकी इमाम, पटना
फुलवारी शरीफ प्रखंड में मुखिया अैर पंचायत सेवक के द्वारा सरकार की ओर से गरीबों को मरने के बाद कफन के लिए मिलने वाली राशि में बंदर बांट का मामला सामने आने पर बीडीओ समशेर मलिक ने इस मामले की जांच कर फुलवारी शरीफ की पुरपुरी पंचायत के मुखिया शैलेंद्र कुमार पंचायत सेवक के खिलाफ करवाई करने की बात कही है।
क्या था मामला
ढिबरा गांव निवासी बीणा साह और मंजू दोनों पति पत्नीे ने आर्थिक तंगी के कारण स्वरयं को आग के हवाले कर लिया था। इनके बच्चोंं की चीख- पुकार के बाद गांव वाले मदद को आए और दोनों को गंभीर हालत में इलाज के लिए निजी अस्प ताल में भर्ती कराया था। इलाज के क्रम में दूसरे दिन वीणा साह की मौत हो गई. इसकी मौत के बाद बीडीओ ने कबीर अंत्यो्ष्टीा की राशि तीन हजार रूपये पंचायत सेवक के माध्यचम से मरने वाले के परिजनों को भेजवाया मगर मुखिया और पंचायत सेवक ने आधी रकम यानी पंद्रह सौ रुपये ही मरने वाले के परिवार वालों को दस दिनों के बाद दिया।
वहीं 15 दिनों के बाद वीणा साह की पत्नीे मंजू भी इलाज के अभाव में दम तोड गई। हालांकि गांव वालों ने इसके इलाज के लिए चंदा भी किया था। उसकी मौत के बाद बीडीओ गांव पहुंचे तब उनको इस बात की जानकारी लगी कि वीणा साह की मौत के बाद जो राशि उनको मिली थी वह आधी मिली तब बीडीओ ने इस बात की जानकारी डीएम पटना को दी।
पूरे मामले की जांच कराये जाने की बात बीडीओ ने कही है। उन्होंआने कहा इस मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ करवाई की जायेगी. दूसरी तरफ पटना के डीएम ने दोषी मुखिया को किसी भी हाल में नहीं छोड़ने की हिदायत दी है.