मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सात महीने बाद आगामी 17 फरवरी को एक मंच पर नजर आएंगे। भारतीय संसदीय संघ का छठवां सम्मेलन का औपचारिक शुभारंभ 17 फरवरी को पटना के ज्ञान भवन में होगा। इसके उद्घाटन सत्र को 6 विशिष्ठ अतिथि संबोधित करेंगे। वक्ताओं में नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव यानी चाचा-भतीजा भी शामिल होंगे। उद्घाटन सत्र को सीपीए की कार्यकारिणी समिति की अध्यक्ष इमिलिया मॉनजोवा लिफाका, लोकसभा की अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी संबोधित करेंगे।
वीरेंद्र यादव
बिहार विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने पटना में पत्रकारों को सम्मेलन के संबंध में बताया कि 16 से 19 फरवरी तक चलने वाले चार दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन सीपीए की कार्यकारिणी समिति की बैठक होगी। 17 फरवरी को सुबह 9.30 बजे ज्ञान भवन में सम्मेलन का औपचारिक शुभारंभ होगा। उस सत्र में नीतीश कुमार व तेजस्वी यादव एक मंच पर होंगे।
उन्होंने बताया कि सम्मेलन का थीम है- सतत विकास में विधायिका और जनप्रतिनिधियों की भूमिका। इस मुद्दे पर भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी व उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित बैठक को संबोधित करेंगे। विधायिका और न्यायपालिका से जुड़े विषय पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी अपना वक्तव्य देंगे। इनके अलावा अन्य वक्ता भी होंगे।
सम्मेलन के विभिन्न विषयों पर बैठक होटल मौर्या, ज्ञान भवन और विधान सभा में होगी। सम्मेलन के समापन से पहले लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन 18 फरवरी को शाम 4 बजे विधान सभा में पत्रकारों को संबोधित करेंगी और सम्मेलन के फलितार्थ के संबंध में पत्रकारों को बताएंगी। सम्मेलन को लेकर विधान सभा परिसर को चकाचक बनाया गया है। विधानमंडल भवन को रौशनी से नहा दिया गया है। लॉबी से लेकर सदन तक का जीर्णोद्धार किया गया है।