तमिल नाडु के पूर्व मुख्यमंत्री करुणा निधि की मौत के बाद लालू प्रसाद ने उन्हें श्रृद्धांजलि देते हुए कह कि वह मेरे गार्जियन थे. लालू प्रसाद का दो महीने के बाद यह पहली सार्वजनिक टिप्पणी है.
चारा घोटाले में इलाज के लिए जेल से बाहर लालू प्रसाद को इस शर्त पर पैरोल मिला था कि वह किसी सार्वजनिक गतिविधियों का हिस्सा नहीं होंगे. इस शर्त का लालू प्रसाद ने पूरी तरह से पालन करते हुए किसी सियासी बयानबाजी का हिस्सा नहीं बने हैं.
करुणा निधि की मौत के बाद उन्होंने अपनी श्रद्धांजिल पेश की और बताया कि देश सामाजिक न्याय के महानतम योद्धाओं में से एक को खो दिया.
लालू ने बहुत साल पुरानी एक तस्वीर फेसबुक पर शेयर की है. जिसमें करुणा निधि के साथ माधो राव सिंधिया, चंद्राबाबू नायडू भी दिख रहे हैं.
गौरतलब है कि करुणा निधि ने दक्षिण भारत में सामाजिक न्याय के लिए पूरा जीवन संघर्ष किया था.