भाजपा के तीन सांसद पार्टी के अहसान के कर्जदार हो गए हैं और अब वे कर्ज चुका रहे हैं। पार्टी का भी और पार्टी के नेता का भी। पार्टी के प्रति वफादारी उनकी जगजाहिर है। अपने पुत्र को पार्टी के लिए सौंप दिए हैं। पार्टी ने भी उनके पुत्रों को सम्मान दिया और टिकट भी। अब ये सांसद पार्टी का प्रचार कर रहे हैं।
नौकरशाही ब्यूरो
भाजपा के तीन सांसद हैं- अश्विनी चौबे, हुकुमदेव नारायण यादव और सीपी ठाकुर। इन तीनों सांसदों ने पटना में अपना संयुक्त होर्डिंग लगवाया है। उस होर्डिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की तस्वीर नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय व नेता प्रतिपक्ष नंद किशोर यादव की तस्वीर भी नहीं है। विधानमंडल दल के नेता सुशील मोदी की तस्वीर जरूर है। पटना में इस तरह का पहला होर्डिंग है, जिसमें पीएम और अमित शाह की तस्वीर गायब है।
अपनी-अपनी व्याख्या
इसे कुछ लोग दो फेजों में पार्टी के प्रदर्शन से भी जोड़कर देख रहे हैं। लेकिन वास्तविकता है कि अश्चिनी कुमार चौबे के पुत्र अरिजीत शाश्वत भागलपुर से, सीपी ठाकुर के पुत्र विवेक ठाकुर ब्रह्मपुर से और हुकुमदेव नारायण यादव के पुत्र अशोक यादव केवटी से भाजपा उम्मीदवार हैं। विवेक और अरिजीत की उम्मीदवारी का पार्टी में विरोध भी हुआ था, जबकि अशोक पहले से विधायक हैं। ये तीनों विज्ञापन के माध्यम से पार्टी के प्रति अपनी वफादारी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं और सुशील मोदी के प्रति ‘भक्ति’ भी। इसे आप स्थानीय नेतृत्व पर दावेदारी भी मान सकते हैं।