कर्नाटक में मुख्यमंत्री एचडी कुमार स्वामी के शपथग्रहण समारोह में शामिल हो कर तेजस्वी यादव ने प्रसन्नता व्यक्त की थी. लेकिन वहां उन्हें एक ऐसे अनुभव से गुजरना पड़ा जिससे उन्हें बहुत बुरा लगा.
तेजस्वी ने इस रहस्य को चार दिनों के बाद खोला है. सोशल मीडिया पर किये अपने पोस्ट में तेसज्वी ने इस अनुभव के बार में लिखा है कि दो दिन पहले एचडी कुमारस्वामी जी के शपथग्रहण समारोह में बंगलोर गया तो वहाँ के लोग कहने लगे कि भाजपाइयों की बोली पर हमारे कर्नाटक का एक विधायक भी नहीं बिका लेकिन आपके बिहार में तो मुख्यमंत्री ही बिक गया.
तेजस्वी ने लिखा है कि उनकी बातें सुन कर ‘ मैं निशब्द था।एक पॉलिटिशियन नहीं बल्कि बिहारी होने के नाते यह सुन बुरा लगा’.
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने राजद से अलग हो कर पिछले वर्ष भाजपा के साथ मिल कर सरकार बना ली थी. तेजस्वी नीतीश कुमार कुमार के इस व्योहार को मैनडेट की डकैती कहते रहे हैं.
याद रहे कि नीतीश कुमार ने अचानक अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया और दूसरे ही दिन सुबह में भाजपा के सहयोग से सरकार बनाने का दावा ठोक दिया, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार भी कर लिया. हालांकि सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते तेजस्वी यादव ने सरकार बनाने का दावा पेश करना चाहा, लेकिन उनको इंटरटेन नहीं किया गया.