महामना पंडित मदन मोहन मालवीय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने के निर्णय पर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी समेत अन्य नेताओं ने खुशी जाहिर की है। मुख्यमंत्री श्री मांझी ने केंद्र के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि देर से ही सही, लेकिन यह उचित निर्णय है । श्री वाजपेयी को काफी पहले ही यह सम्मान मिलना चाहिए था। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्व कर्पूरी ठाकुर और 22 वर्ष तक लगातार पहाड़ को काट कर रास्ता बनाने वाले माउंटेन मैन स्व दशरथ मांझी को भी भारत रत्न ने की मांग की।
जदयू के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि श्री वाजपेयी और स्व. मालवीय को पहले ही भारत रत्न मिलना चाहिए था। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी का कार्यकाल हमेशा लोगों को याद रहेगा। श्री वाजपेयी ने जिस बेहतर ढ़ंग से गठबंधन की सरकार को चलाया था, वह प्रशंसनीय है । भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने भी कहा कि श्री वाजपेयी को भारत रत्न देने में देर हुई, लेकिन अब केन्द्र सरकार ने जो फैसला लिया है, वह स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी को भारत रत्न देने की मांग जन-जन की मांग थी और जैसे ही लोगों को इसकी जानकारी मिली सबमें खुशी की लहर दौड़ गयी।
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि सुदृढ़-स्वावलंबी और स्वाभिमानी भारत के निर्माण में श्री वाजपेयी का योगदान अतुलनीय है। उनके कार्यकाल में देश के विकास को नयी दिशा मिली। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी दल की सीमा से ऊपर रहे और वह सबके बीच लोकप्रिय है । ऐसे व्यक्ति को भारत रत्न से नवाजना स्वागत योग्य कदम है।