कल्याण बिगहा को जानते हैं आप? जरूर जानते होंगे. सीएम नीतीश कुमार का पैतृक गांव. एक ऐसा गांव जिसे वकसित बिहार का मॉडल गांव कह सकते हैं और जहां शहरों की सुविधायें भी इसके पास नहीं फटकतीं.
आखिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक गांव होने का गौरव जिसे प्राप्त हो वह गांव क्यों न सुविधासम्पन्न हो. बीते साल के आखिरी दिन सीएम ने इंडोर शूटिंग रेंज से सुसज्जित इस गांव को ओपने जिम का भी तहफा दे दिया.
मुख्यमंत्री के पैतृक घर के बाजू में बने इस शूटिंग रेंज में हर सुविधायें तो पहले से थीं. लेकिन अब इसी के समीप ओपने जिम शुरू हो जाने से इस गांव की रौनक और बढ़ गयी है. बैंक, बिजली की 24 उपलब्धता, हर घर नल का जल, चमचमाती सड़कें और सड़कों के किनारे कियारियों में लगे खूबसूरत पेड़ पौधों की हरियाली. उद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, असप्ताल आखिर क्या नहीं है इस कल्याण बिगहा में. सीएम नीतीश कुमार जब यहां के भ्रमण पर पहुंचे और वहां अनेक और विकास कार्यों का उद्घाटन किया तो उसके बाद उन्होंने इससे जुड़ी तस्वीरें फेसबुक पर शेयर की.
अगर आप ने कभी कल्याण बिगहा का सफर नहीं किया है तो आप को चाहिए कि कल्याण बिगहा जाने का प्रोग्राम इस नये वर्ष में जरूर बनायें. यकीन मानिय कल्याण बिगहा को देख कर, गांवों की आप की कल्पना बदल जायेगी.
अगर सीम नीतीश कुमार गांवों स्मार्ट बनाने यानी स्मार्ट विलेज की बात करते हैं तो निश्चित तौर पर उनके जहन में जो पहली परिकल्पना आती होगी वह कल्याण बिगहा की ही आती होगी. इसलिए बस एक बार इस गांव को जरूर देखें. उस गांव को जहां सारी चीजें चमचमाती हैं. बस एक घर को छोड़ कर. एक वह घर जो कभी नीतीश कुमार का पैतृक घर हुआ करता था. साफ सुथरे तालाब के किनारे का यह घर नीतीश के बचपन की यादों को समेटे हुए है जहां आज भी काठ का बक्सा और उनकी अन्य पारिवारिक स्मृतियां नीतीश को मोहित करती हैं.