कशमीर में बीजेपी-पीडीपी सरकार बनने-बनने को है और इसी बीच आम आदमी पार्टी ने एक एक लेटर बम से वार करते हुए आरएसएस-बीजेपी पर आक्रमण कर दिया है.
दिल्ली के कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा ने भाजपा अध्यक्ष और आरएसएस पर वार किया है. और कई गंभीर सवाल पूछ कर भाजपा को कटघरे में लाने की कोशिश की है.
कपिल मिश्रा ने पूछा है-
- महबूबा मुफ्ती भारत माता की जय नहीं बोलतीं. ऐसे में आरएसएस भाजपा उन्हें भारत माता की जय बोलने पर मजबूर करेगी. और अगर वह तब भी नहीं बोलेंगी तो क्या तबभी भाजपा उनकी सरकार को समर्थन देगी.
- क्या महबूबा मुफ्ती सरकार बनाने के बाद अफजल गुरू आतंकी था और अफजल गुरू मुर्दाबाद के नारे लगायेंगी. अगर नहीं तो ऐसी क्या मजबूरी है कि भाजपा उनकी सरकार का हिस्सा बनने जा रही है.
- पाकिस्तान दिवस के अवसर पर महबूबा मुफ्ती के दबाव में भारत सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री को पाकिस्तान भेजा गया. क्या इससे भारत की साख कमजोर नहीं हुई.
कपिल मिश्रा ने लिखा है कि देश को यह समझ आ गया है कि भाजपा राज्यों में किसी भी हाल में सरकार बनाने या सरकार में हिस्सेदारी तय करने के लिए किसी नियम कायदे को भी छोड़ रही है. उसके लिए कानून और मर्यादा की कोई दरकार नहीं है.
लेटर की शुरुआत कपिल मिश्रा ने रुबैया सईद के उल्लेख के साथ किया है. उन्हें रुबैया का नाम लेते हुए कहा है कि रुबैया सईद की बहन महबूबा मुफ्ती पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने आयी थीं. अब संभव है कि वह सरकार बनायेंगी. गौरतलब है कि रुबैया सई मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी हैं जिन्हें आतंकवादियों ने अगवा कर लिया था और फिर उनके बदले तत्कालीन वीपी सिंह सरकार ने पांच आतंकवादियों को रिहा किया था. मिश्रा का इस बात की तरफ इशारा करने का मकसद साफ है कि जिस परिवार के लिए आतंकवादी को रिहा किया गया क्या उस परिवार के साथ मिल कर सरकार बनाना उचित है.