राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आज कहा कि गोवा और मणिपुर में खंडित जनादेश के कारण उत्पन्न परिस्थितियों को कांग्रेस अपने पक्ष में करने में असफल रहा और उसकी इसी सुस्ती का लाभ भारतीय जनता पार्टी ने उठा लिया । श्री यादव ने कहा कि गोवा और मणिपुर में किसी को बहुमत नहीं मिला था, लेकिन दोनों राज्यों में उसके सबसे अधिक विधायक चुनकर आये थे । ऐसे में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर कांग्रेस के लिए दोनों राज्यों में सरकार बनाने का मौका था लेकिन वह इस मौके का लाभ नहीं उठा सकी ।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस न तो सरकार बनाने का दावा पेश कर सकी और न ही वह विधायक दल का एक नेता चुन सकी । राजद नेता ने कहा कि कांग्रेस की इस सुस्ती का लाभ भाजपा ने उठा लिया और उसने विधायकों की खरीद फरोख्त कर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। कांग्रेस यदि ऐसे मौके पर तेजी दिखाती तो आज स्थिति अलग होती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को गोवा विधानसभा चुनावों में 17 सीटें मिली थी। 40 सदस्यों वाली विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 21 विधायक चाहिए थे। इस तरह कांग्रेस को केवल चार अन्य विधायकों के समर्थन की जरुरत थी लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाई।
श्री यादव ने कहा कि वैसे राज्यपाल को पहले सबसे बड़े दल को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए था लेकिन मोदी राज में राजभवन भी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का कार्यालय बन गया है । उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों के राज्यपाल को तुरंत बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए । इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेमचन्द्र मिश्रा ने कहा कि गोवा में चोर दरवाजे से मुख्यमंत्री बनवा लेना राजनीतिक धोखाधड़ी है ।