कांग्रेस ने आम आमदी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के उस बयान पर चुनाव आयोग में आज शिकायत दर्ज कराकर उचित कार्रवाई करने की मांग की है, जिसमें उन्होंने मतदाताओं से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस से पैसा लेने और वोट उनकी पार्टी को देने को कहा था। कांग्रेस के विधि विभाग के सचिव केसी मित्तल की ओर से चुनाव आयोग को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि श्री केजरीवाल ने अपने बयान से लोगों को वोट देने के बदले रिश्वत लेने तथा भ्रष्टाचार करने के लिए उकसाया है। इसके साथ ही उन्होंने लोकतांत्रितक संस्था और चुनाव प्रक्रिया को बदनाम किया है। उधर कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बुकलेट भी जारी किया है।
पार्टी ने इस बयान को आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया है और कहा है कि यह सिर्फ गैरजिम्मेदाराना बयान ही नहीं है, बल्कि यह साफ सुथरी चुनाव प्रक्रिया पर भी बडा सवाल है। इसलिए उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करने के बारे में गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। शिकायत में कहा गया है कि उन्होंने अपमान करने वाली भाषा का इस्तेमाल किया है जो निष्पक्ष चुनाव पर गंभीर आक्षेप लगाती है।
श्री केजरीवाल ने कहा था कि दोनों दलों के नेता आप लोगों को पैसा देने आएंगे उन्हें मना मत कीजिए। पैसा ले लीजिए। यदि कोई पैसा देने नहीं आता है तो उनके कार्यालयों में जाइए और वहां उनसे पैसा देने को कहिए। दोनों दलों से पैसा लीजिए, लेकिन वोट झाडू को ही दीजिए। कांग्रेस महासचिव तथा दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की प्रचार अभियान समिति के प्रमुख अजय माकन ने संवाददाताओं से कहा कि श्री केजरीवाल का यह बयान गैरजिम्मेदाराना होने के साथ ही असंवैधानिक है और दिल्ली के लोगों का अपमान है।