कांग्रेस विधायक दल के नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष व शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी से पूछा है कि आखिर 28 हजार उर्दू शिक्षकों की बहाली के अपने वादे को राज्य सरकार क्यों पूरा नहीं कर रही है. विधायकों ने यह प्रश्न विधायक दल की बैठक में उठाया.
बुधवार शाम पटना में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में अनेक विधायकों ने अशोक चौधरी से कहा कि राज्य सरकार ने चुनाव के पहले ही 27 हजार शिक्षकों नियुक्ति का फैसला लिया था. इन में से 12 हजार के करीब नियुक्तियां हुई भी लेकिन बाकी पदों पर अब तक नियुक्ति नहीं हुई इसलिए सरकार को इस पर अविलम्ब कदम बढाना चाहिए.
हालांकि सूत्रों का कहना है कि इस मामले के उठाये जाने पर अशोक चौधरी ने कोई आश्वासन देने के बजाये चुप रहे.
किशनगंज से कांग्रेस विधायक सह बिहार विधानसभा के सचेतक डाॅ जावेद आजाद ने शिक्षा मंत्री के समक्ष इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि प्रदेश की जनता का विश्वास है कि कांग्रेस के शिक्षा मंत्री बिहार के उर्दू भाषी लोगों के साथ न्याय करेंगे लेकिन समय बिता जा रहा है और बहाली में विलंब हो रहा है.
गौरतलब है कि बिहार सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में ही इन नियुक्तियों को पूरा करने का फैसला लिया था. इसके लिए काम भी शुरू हुआ और कुछ चरण में 12 हजार पदों पर नियुक्ति हो सकी. लेकिन मौजूदा सरकार के बनने के बाद अब ड़ेढ़ साल का समय बीतने वाला है लेकिन इन पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू नहीं होने से अभ्यर्थियों में रोष बढ़ता जा रहा है. इस संबंध में सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देखी जा रही है. सरफराज खान ने फेसबुक पर अपनी भावना को शेयर किया है.