मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को रविवार को कांटी की सभा में विरोध का सामना करना पड़ा जिससे उन्हें अपना भाषण कुछ देर रोकना पड़ा. नाराज मुख्यमंत्री ने सांख्यिकी स्वयंसेवकों का नियजन रद्द करने की बात कह दी.
मामला यह था कि रविवार को मुख्यमंत्री कांटी थर्मल के 110 मेगावाट की युनिट का लोकार्पण करने पहुंचे थे. इसके बाद उन्हें थर्मल परिसर में लोगों को संबोधित किया इसी दौरान सांख्यिकी स्वंयसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के विरोध में बैनर लहराने लगे. इससे काफी शोरशराबा शुरू हो गया.
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मुख्यमंत्री को कुछ देर तक अपना संबोधन बंद करना पड़ा. इस अप्रत्याशित स्थिति से मुख्यमंत्री का लहजा काफी सख्त हो गया और उन्होंने वहां मौजूद मुख्य सचिव को मुखातिब करते हुए कहा कि इन स्वयंसेवकों के बारे में फिर से विचार करना होगा, क्योंकि अभी इन्होंने काम भी शुरू नहीं किया और सरकारी नौकरी मांगने लगे. उन्होंने कहा कि इनका नियोजन ही फालतू है. इसके पैनल को रद्द कर दिया जाएगा.
इस कार्यक्रम में अजीब स्थिति एक बार पहले ही कांटी विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष पिनाकी झा ने हंगामा कर दिया. मुख्यमंत्री को अपना भाषण बीच में ही रोकना पड़ा. हंगामे को देख पुलिस अधिकारी ने पिनाकी झा को तुरंत कब्जे में ले लिया.
मालूम हो कि इससे पहले भी नियोजित शिक्षकों ने पिछले साल अक्टूबर में मुख्यमंत्री के विकास यात्रा के दौरान कई जिलों में विरोध किया था और काले झंडे दिखाये थे.