बिहार के प्रशासनिक महकमे में चल रही कानाफुसी के आधार पर अब यह तय सा लग रहा है कि बिहार में 24 जनवरी को राज्य के कई प्रमुख आईपीएस को प्रोन्नति देते हुए उन्हें महत्वपूर्ण पदों पर बिठाया जा सकता है.
आला हुक्काम की कानाफुसी विनायक विजेता के कानों तक पहुंची है. वह बता रहे हैं कि 26 जनवरी के बाद कई जिलों के एसपी और डीआईजी को भी बदला जा सकता है.
सूत्रों से मिली सूचना यह है कि एडीजी स्तर के अधिकारी कृष्णा चौधरी, अमरीक सिंह निम्ब्रान, पी के ठाकुर व सनीत कुमार को डीजी पद पर प्रोन्नति मिल सकती है. ए एस निम्ब्रान को होमगार्ड के डीजी पद पर आसीन किया जा सकता है जो पद पूर्व डीजी मनोज नाथ के रिटार्यमेंट के बाद से ही बीते कई माह से रिक्त है.
डीजीपी अभ्यानंद उस पद के दोहरे पदभार में हैं.डीजी ट्रेनिंग के पद पर कृष्णा चौधरी की नियुक्ति हो सकती है. राज्य में फिलवक्त डीजी पद के तीन कैडर और तीन नॉन कैडर पोस्ट हैं. कैडर पद में डीजीपी, बिहार, डीजी ट्रेनिंग और डीजी होमगार्ड पद हैं.
डीआईजी से आईजी स्तर पर 1995 बैच से जिन अधिकारियों को प्रमोशन मिल सकता है उनमें गया के डीआईजी और पटना के पूर्व एसएसपी नैयर हसनैन खॉन, आईपीएस अधिकारी रवींद्र शंकरण और दो दिन पूर्व सारण की डीआईजी बनाई गई उनकी आईपीएस पत्नी आर मलर विजि, पंकज दराद व शुशील खोपडे का नाम शामिल हो सकता है.
बदले जा सकते हैं एसपी भी
1995 बैच के आईपीएस व पूर्णिया के एसएसपी अमित लोढा, पटना के एसएसपी अमृतराज व भागलपुर में एसएसपी के रूप में पदस्थापित उनकी पत्नी के एस अनुपम, इसी बैच के एमआर नायक अवधेश कुमार सहित बारह आईपीएस अधिकारियों को डीआईजी पद पर प्रोन्नति मिल सकती है.
सूत्र बताते हैं कि 26 जनवरी के बाद कई जिलों के एसपी और एसएसपी को भी बदलने की तैयारी है. पटना के पूर्व सिटी एसपी व वर्तमान में रोहतास के एसपी मुनु महाराज को पटना का नया एसएसपी बनाया जा सकता है जबकि अररिया के एसपी शिवदीप लांडे को रोहतास भेजा जा सकता है.