अमेरिका में वीजा विवाद में चर्चा में रहीं 1999 बैच की आएएफएस अफसर देवयानी खोबरागड़े को उनके काम करने से रोक दिया गया है.
विदेश मंत्रालय ने देवयानी को अगले आदेश तक पदस्थापन के इंतज़ार में रखा है. पदस्थापन के इंतजार में रखने का मतलब यह हुआ कि वह पद पर तो बनी रहेंगी लेकिन उनसे कोई काम नहीं लिया जायेगा.
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देवयानी को पिछले साल अमरीका में वीज़ा धांधली और न्यूयॉर्क में अपनी घरेलू महिलाकर्मी को कम मेहनताना देने के आरोप में हिरासत में लिया गया था. उनको हिरासत में लिये जाने के बाद भारत और अमेरिका के बीच के रिश्ते काफी तीखे हो गये. हिरासत में उनके कपड़े उतरवाकर तलाशी ली गई थी और उन्हें अपराधियों के साथ बंद रखा गया था. तब उन्हें 2.5 लाख डॉलर के मुचलके पर रिहा किया गया था.
बीबीसी के अनुसार माना जा रहा है कि इस मामले में बिना अनुमति मीडिया में बयान देने के बाद उनके ख़िलाफ़ यह कार्रवाई की गई है.
कुछ मीडिया में यह भी बताया गया है कि देवयानी के ख़िलाफ़ प्रशासनिक कार्रवाई इसलिए भी की गई क्योंकि उन्होंने अपने बच्चों के अमरीकी पासपोर्ट होने की बात जाहिर नहीं की थी.
देवयानी को इसी साल जनवरी में भारत लौटने पर विदेश मंत्रालय के मुख्यालय में निदेशक स्तर का अधिकारी बनाया गया था.