बिहार के 30 आईएएस अफसरों ने सरकार के कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए सरकार को ही लाजवाब करने की कोशिश कर दी है.
दर असल राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने 30 आईएएस अफसरों से जवाब तलब किया था. सरकार का कहना था कि वे 26 फरवरी को आईएएस सुधीर कुमार की गिरफ्तार के खिलाफ प्रदर्शन के लिए आये थे. उन्होंने अपने जिलों को छोड़ कर सरकारी काम में बाधा डाला था. वे किससे अनुमति ले कर आये थे.
सरकार के इस नोटिस के जवाब में अधिकतर आईएएस अफसरों ने दो लाइन का जवाब समान्य प्रशासन विभाग को सौंपा है. इसमें बताया गया है कि वे आईएएस एसोसिएशन के बुलावे पर पटना आये थे और यह भी कि उन्होंने कोई प्रदर्शन या मानव श्रृंखला नहीं बनाया था बल्कि उनका प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलने गया तब तक वे राजभवन के सामने खड़े हो कर प्रतिनिधिमंडल के लौटने का इंतजार कर रहे थे.
याद रहे कि सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के बाद आईएएस एसोसिशन ने एक बैठक की थी. उसके बाद उनका प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल से मिल कर इस गिरफ्तारी के खिलाफ ज्ञापन सौंपने गया था. इस दौरान 60 आईएएस अफसर राजभवन के बाहर खड़े इंतजार कर रहे थे. तब मीडिया में यह खबर आई थी कि ये अफसरान मानव श्रृंखला बना कर प्रदर्शन कर रहे थे.
बता दें कि बीएसएसी पर्चा लीक मामले में चेयरमैन सुधीर कुमार की गिरफ्तारी हुई थी. आईएएस एसोसिएशन ने उनकी गिरफ्तारी के तरीकों पर सवाल उठाया था.