भारतीय जनता पार्टी के सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने आज आरोप लगाया कि वित्त मंत्रालय के नौकरशाह एयरसेल-मैक्सिस सौदा मामले में आरोपी पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र कार्ति चिदंबरम को बचाने में लगे हैं, जिसने विदेशी बैंकों में छह लाख करोड़ रुपये की विशाल धनराशि रखी हुई है। डॉ. स्वामी ने नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्हें इस बात की हैरानी है कि मोदी सरकार बनने के बाद इस मामले में वित्त मंत्रालय की नौकरशाही अड़ंगे लगा रही है। उन्होंने कहा कि हमारी मेहनत एवं विभागीय जांच में सब कुछ सामने आ गया है लेकिन श्री चिदंबरम द्वारा नियुक्त कुछ अधिकारी इस मामले को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते हैं।
भाजपा नेता ने मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रह्मण्यम और आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास का नाम लेते हुए कहा कि लेकिन इस मामले के आगे बढ़ने में भ्रष्ट अधिकारी रुकावट डाल रहे हैं और ईमानदार अधिकारियों को धमकाया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख कर उनसे हस्तक्षेप की अपील की है।
हालांकि वह इस मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली पर सीधे प्रहार करने से बचते हुए नज़र आये। उन्होंने संकेत दिया कि श्री जेटली के आशीर्वाद से ही कार्ति चिदंबरम बच रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि श्री जेटली और श्री चिदंबरम बहुत घनिष्ठ मित्र हैं लेकिन यह मित्रता वित्त मंत्री के जनदायित्व के निर्वहन के बीच में आ रही है, इस बारे में वह कुछ नहीं कह सकते। हालांकि, सबूत होने के बावजूद अब भी अगर कार्रवाई नहीं होती है तो लोग इसका अर्थ निकालेंगे ही।