केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे. पी. नड्डा ने कहा है कि बिहार को कालाजार मुक्त बनाना सिर्फ एक इच्छा ही नहीं बल्कि संकल्प है। इसके लिए केंद्र सरकार से राज्य को लगातार सहयोग मिल रहा है और आगे भी जारी रहेगा। श्री नड्डा ने आज पटना में कालाजार, एईएस और जेई पर एक समीक्षा बैठक में ये बातें कही। उन्होंने कहा कि कालाजार उन्मूलन के लिए हमें ‘मिशन मोड’ में काम करना पड़ेगा और अगर जरूरत पड़े तो कुछ और नए कार्यक्रम भी जोड़े जा सकते हैं, जिसमें केंद्र सरकार पूरा सहयोग करेगी।
केंद्रीय मंत्री ने राज्य में स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के संस्थागत ढांचों – ओपीडी, आईपीडी इत्यादि – की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसे मजबूत करने की आश्यकता है। इसके लिए चिकित्सकों, पैरा-मैडिक्स, दवाइयां, जांच-उपकरण इत्यादि की कमी को यथाशीघ्र दूर करना होगा। उन्होंने लोक स्वास्थ्य व्यवस्था की मजबूती के लिए हर संभव वित्तीय सहायता देने का आश्वासन भी दिया और कहा कि आबंटित राशि का उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
समीक्षा के दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जापानी इन्सेफेलाइटिस (जेई) नियंत्रण के क्षेत्र में जमीनी स्तर पर अच्छा काम हो रहा है और राज्य सरकार इसके लिए धन्यवाद की पात्र है। उन्होंने कहा कि एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) को लेकर किए गए कार्य के आंकड़े उत्साहजनक हैं। व्यापक टीकाकरण कार्यक्रम और मिशन इंद्रधनुष को लेकर उन्होंने कहा कि हमें यह ध्यान रखना होगा कि इससे रुटीन टीकाकरण के कार्यक्रम प्रभावित न हों। समीक्षा बैठक में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री रामधनी सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अपर सचिव सह राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक सी. के. मिश्रा और बिहार राज्य स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारीगण मौजूद थे।