बिहार के किशनगंज-बहादुरगंज पथ पर अचानक आई बाढ़ पर इंजिनयरों की लापरवाही के बाद किशनगंज के कार्यपालक अभियंता और सहायक अभियंता को निलंबित कर दिया गया है.
जिले के डीएम के निर्देश के बावजूद कार्यपालक अभियंता सदानंद चौधरी बाढ़ प्रभावित इलाकों में नहीं पहुंचे. इससे नाराज डीएम ने पथ निर्माण विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत से पूरे मामले पर बात की.
डीएम ने लगातार चार बार कार्यपालक अभियंता के मोबाइल पर बाढ़ के कारण हो रहे कटाई की सूचना दी पर इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी.इसके बाद जबर्दस्त लापरवाही के आरोप में कार्यपालक अभियंता सदानंद चौधरी, सहायक अभियंता सुभाष चंद्र श्री हर्ष और कनीय अभियंता पारस नाथ सिंह को निलंबित कर दिया गया.
पथ निर्माण विभाग ने इस लापरवाही के लिए उक्त जगह के कार्यपालक अभियंता के साथ वहां तैनात सहायक व कनीय अभियंता को तत्काल निलंबित कर दिया. निलंबन का घटनाक्रम इतना तेज थे कि निलंबित कार्यपालक अभियंता की जगह नये कार्यपालक अभियंता आफ्ताब उर रहमान को गुरुवार को ही योगदान करवा दिया गया है. इस संबंधित अधिसूचना जारी कर दी गई है.
उत्तर बिहार के मुख्य अभियंता केदार बैठा को पूरी स्थिति की मानीटरिंग के लिए किशनगंज भेजा दिया गया है. वहीं अधीक्षण अभियंता को किशनगंज में कैंप करने का निर्देश दिया गया है.