लोकतांत्रिक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि केन्द्र और बिहार में एक ही पार्टी की सरकार है लेकिन दोनों सरकारें किसानों के संबंध में नहीं सोच रही है। श्री यादव ने किशनगंज में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केन्द्र और बिहार में डबल इंजन की सरकार है इसलिए अब दोनों एक साथ किसानों के बारे में सोचे। केन्द्र सरकार ने किसानों के लिए धान और मक्का का लागत मूल्य घोषित किया है, वह भी उन्हें नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो मूल्य घोषित किया है वह मूल्य किसानों को दे।
लोजद अध्यक्ष ने कहा कि सीमांचल क्षेत्र के चार जिलों में लोगों के पास कृषि को छोड़ कोई दूसरा रोजगार नहीं है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) और प्राथमिक कृषि साख समिति (पैक्स) आपके पास है। उन्होंने कहा कि मक्का का मूल्य 1475 रुपये और मूंग का मूल्य 5575 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित है बावजूद इसके किसान इसे 700 से 800 रुपये प्रति क्विंअल बेचने को मजबूर हैं। सीमांचल में मक्का और मूंग की फसल सबसे ज्यादा होती है।
श्री यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिये बगैर कहा कि विशेष राज्य का दर्जा कब मिलेगा। उन्होंने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की बात छोड़ वह पहले सीमांचल के किसान की समस्या का निपटारा करायें। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंध को हराने के उद्देश्य से चुनाव मैदान में उतरेगी। लोजद अध्यक्ष ने कहा कि बिना किसी शर्त के वह महागठबंधन के साथ थे और आगे भी रहेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार का माहौल ठीक नहीं है। अपराध की घटनाएं, महिलाओं के साथ दुष्कर्म और हत्यायें हो रही है।