भूमि अधिग्रहण विधेयक के विरोध में आम आदमी पार्टी की दिल्ली में कल हुई किसान रैली के दौरान एक किसान की आत्महत्या का मामला आज संसद में छाया रहा। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे पर बहस का जवाब देते हुए गृहमंत्री ने इसे राष्ट्र के लिए शर्मनाक घटना बताया।
राजनाथ सिंह ने राजनीतिक दलों से मामले का राजनीतिकरण न करने और किसानों की समस्या के समाधान के लिए सरकार के साथ सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने सदन को बताया कि जब किसान गजेन्द्र सिंह आत्महत्या करने की कोशिश कर रहा था, तब पुलिस ने वहां एकत्र लोगों से नारेबाजी रोकने और तालियां न बजाने का अनुरोध किया था। गृहमंत्री ने कहा कि इस सम्बन्ध में संसद मार्ग थाने में एक एफ आई आर दर्ज की गई है और मामला अपराध शाखा को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए कटिबद्ध है और इस संबंध में अनेक उपाय किये गये हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले का राजनीतिकरण करने की बजाय विपक्ष को सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई होते ही कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे ने किसान की आत्महत्या के मुद्दे पर प्रश्नकाल स्थगित करने की मांग की। श्री खड़गे ने कहा कि अध्यक्ष को किसानों की दुर्दशा पर बहस करानी चाहिए। उधर, मल्लिकार्जुन खडगे ने मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है और रैली के दौरान दिल्ली पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया है।