भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार विधान सभा की लोक लेखा समिति के सभापति नंदकिशोर यादव ने नीतीश सरकार को किसान विरोधी करार दिया और कहा कि यह सरकार किसानों को स्वायल हेल्थ कार्ड देने में भी विफल रही है । श्री यादव ने कहा कि राज्य में कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए मिट्टी की उर्वरा शक्ति की जांच परख कर किसानों को स्वायल हेल्थ कार्ड देने में राज्य सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है।
कार्ड देने की निर्धारित तिथि में मात्र दो दिन ही बचे हैं और अब तक मात्र 29.50 लाख किसानों को कार्ड देने का सरकार ने दावा किया है। इस कार्य के लिए केन्द्र सरकार ने 7.50 करोड़ रूपये दिये थे, लेकिन आज तक राज्य सरकार आधी राशि ही खर्च कर सकी। उन्होंने कहा कि जब तक जमीन और मिट्टी की गुणवत्ता नहीं सुधरेगी तब तक पैदावार और उत्पादकता में वृद्धि की हम कल्पना नहीं कर सकते। भाजपा नेता ने कहा कि देश के अधिसंख्य राज्यों में यह योजना पूरी होने को है, लेकिन बिहार में यह योजना पूरी तरह किसानों तक नहीं पहुंच पाई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का शुरू से ही किसान विरोधी रवैया रहा है। चाहे धान की खरीद का मामला हो या उन्हें बोनस अथवा डीजल अनुदान की राशि देने का। कृषि और किसानी विकास की योजनाओं की अनदेखी ने राज्य सरकार का किसान विरोधी चेहरा भी उजागर कर दिया है।