मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके बाबा से मिलने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लगातार हमलों पर पलटवार करते हुए आज कहा कि प्रधानमंत्री बाबाओं की शरण में जाने के मकसद का खुलासा करें । जदयू के वरिष्ठ नेता श्री कुमार ने कटिहार में महागठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि वह पार्टी के एक प्रवक्ता के आग्रह पर एक साधु के पास गये थे, लेकिन उन्होंने कुछ उनसे मांगा नहीं था ।
उन्होंने श्री मोदी की बाबा के साथ एक तस्वीर को दिखाते हुए सवाल किया कि श्री मोदी को बताना चाहिए की वह किसकी शरण में गये थे । श्री कुमार ने कहा कि गत लोकसभा चुनाव में श्री मोदी के झूठे आश्वासन और उनके झांसे में आकर जनता ने बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 32 सीटों पर विजयी बनाया था, लेकिन इस बार राजग नेताओं के झूठे वादे में लोगों से नहीं आने और महागठबंधन के उम्मीदवारों को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की ।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगया कि राजग के नेता बिहार में सामाजिक विद्वेष पैदा कर सत्ता में आने का प्रयास कर रहे हैं । उनकी इस चाल से राज्य की जनता भलीभांति परिचित है।मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री मोदी के बिजली को लेकर उन पर बार-बार वादा खिलाफी के लगाये जा रहे आरोप का जवाब देते हुए कहा कि बिहार के अधिकतर गांवों में 18-20 घंटे तक विद्युत आपूर्ति हो रही है । उन्होंने श्री मोदी के अंदाज में ही लोगों से पूछा कि उनके गांव में बिजली आती है या नहीं ।