कुरान और हदीस में किसी भी तरह के अतिवाद, हिंसा, शोषण और विध्वंस को बार-बार खारिज किया गया है.
आइए यहां देखते हैं कि इस्लाम से जुड़ी विभिन्न प्रमाणिक दस्तावेजों में क्या- क्या बताया गया है.
- कभी भी किसी की इबादतगाहों का विध्वंस ना करो( मुसांद अहमद 22368)
- फलदार व हरे पेड़ों को किसी भी हाल में ना काटो ( मुसांद अहमद 22368)
-
अपने बच्चों की जिंदगी से मत खेलो. जाने अंजाने में उन्हें कत्ल ना करो( सही मुस्लिम 4421)
- किसी के साथ धोखा ना करो( सही मुस्लि 4421)
- अपने वादे पर हर हाल में कायम रहो ( सही मुस्लिम 4421)
-
महिलाओं की जान, अस्मिता की रक्षा करो. उनकी हत्या मत करो ( सही बुखारी 3025)
- बीमारो व मजबूरों की मदद करो. उनकी जिंदगी को खत्म होने से बचाओ ( बिहाकी 1709)
- बूढ़ों व बुजर्गों की हत्या ना करो( मुसांद अहमद 2236)
-
किसी मृत शख्स के शरीर के अंगों को मत काटो( सही मुस्लिम 4421)
- जानवरों की कुर्बानी तभी दो जब उसे खाना हो( मुसांद अहमद 2238)
- मजहब में या मजहब के लिए किसी मामले में कोई बाध्यता नहीं है. दीन गलत रास्ते से रोकने और सही मार्ग पर चलने के लिए है. अल्लाह पर यकीन रखोऔर बुराई से दूर रहो. अल्लाह सबकुछ जानने वाला और सब सुनने वाला है( कुरान- 2छ256)
Related stories
मुस्लिम समाज में महिलाओं के प्रित नकारात्मक धारणा समाप्त करने की जरूरत
पैगम्बर ए इस्लाम विभिन्न मतावलम्बियों के साथ शांति व सहअस्तित्व के हिमायती थे
उन पांच महिलाओं को जानिये जिन्होंने इस्लामी दौरा में बड़ी भूमिका निभाई