नीतीश कुमार के सत्ता संभालने के पहले ही नौकरशाही ने रंग बदलना शुरू कर दिया है। नीतीश कुमार का शपथ ग्रहण कल होना है, लेकिन मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर आज से गाज गिरना शुरू हो गया। सीएम के ही सचिव अतीश चंद्रा के आदेश से विज्ञापनों के प्रकाशन पर रोक लगायी है। अतीश चंद्रा ही सूचना व जनसंपर्क विभाग के सचिव हैं।
बिहार सरकार ने विज्ञापनों के प्रकाशन पर रोक लगा दी है। यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लिया गया है। सूचना और जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक (विज्ञापन) ने सभी समाचार पत्रों को भेजे निर्देश में कहा है कि वैसे डिसप्ले विज्ञापन, जिनका आरओ जारी हो गया है, लेकिन अभी प्रकाशन नहीं हुआ, उसका प्रकाशन अगले आदेश तक स्थगित रखा जाए। यानी जिन विज्ञापनों में मुख्यमंत्री के रूप में जीतनराम मांझी का नाम व तस्वीर या मंत्रियो के नाम व तस्वीर लगे हों, उनको प्रकाशित नहीं किया जाए।
हालांकि सरकार की उपलब्धियों से जुड़े विज्ञापन पर रोक नहीं है। यानी जिन विज्ञापन में मांझी सरकार के मंत्रियों के नामों और विभागों की चर्चा नहीं है, उनका प्रकाशन किया जा सकता है। इसका मतलब है कि आईपीआरडी ने अपने दस्तावेजों से मांझी का नाम मिटाना शुरू कर दिया है। संभव है कल तक मांझी की तस्वीर वाले सरकारी होर्डिंग को भी हटा दिया जाएगा।