बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष नन्द किशेर यादव ने राज्य की जदयू सरकार को सभी मोर्चे पर नाकाम बताया और कहा कि राज्य का विकास करने की बजाए वर्तमान मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों दिन-रात कुर्सी बचाए रखने की फिक्र में डूबे हैं। श्री यादव ने पटना में कहा कि राज्य का विकास पूरी तरह ठप है। कानून का राज खत्म हो चुका है, लेकिन इनका राज चलता रहे, इसी पर मंथन हो रहा है। झारखंड के चुनाव नतीजों से हताश नीतीश कुमार अब वहां आदिवासी-गैरआदिवासी का कार्ड खेलना चाहते हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि श्री कुमार की राह पर उनके द्वारा बनाए गये मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी भी चल रहे हैं। मुख्यमंत्री को इस बात की चिंता नहीं है कि मौजूदा वित्तीय वर्षा मार्च में खत्म हो जाएगा. लेकिन ज्यादातर योजनाएं अभी तक 50 फीसदी भी पूरी नहीं हो पाई हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार और जीतनराम मांझी को ये समझ में नहीं आ रहा कि दुष्प्रचार, भ्रष्टाचार और कुशासन को अब जनता बर्दास्त नहीं करती। जनता सुशासन, विकास और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार में भरोसा करती है और यही वजह है कि भाजपा एक के बाद एक चुनावों में लगातार जीत हासिल करती जा रही है।
उधर पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद के प्रमुख लालू प्रसाद यादव को बताना चाहिए कि उन्होंने झारखंड के चुनाव में कितने आदिवासियों को टिकट दिया। श्री मोदी ने यहां कहा कि लालू व नीतीश को बताना चाहिए कि बिहार में 33 सालों तक सवर्ण समुदाय का मुख्यमंत्री रहा और यदि इसी परम्परा का निर्वहन होता रहता तो क्या कर्पूरी और जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री बन पाते।