बिहार की लोकसभा सीटों के बंटवारे में BJP-JDU को 17-17 सीटें तय होने की खबरों के बाद अब रामविलास पासवान के बेटे चिराग ने बगावती तेवर अपनाते हुए मानने से इनकार कर दिया है.
मीडिया के एक हिस्से में जैसे ही यह खबर आयी कि BJP-JDU के खाते में 17-17 सीटें जायेंगी और एलजेपी के खाते में चार व आरएलएसपी के खाते को दो सीटें मिलेंगी तो चिराग पासवान ने साफ कहा कि ये आंकड़ें गलत हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई बंटवारा नहीं हुआ है.
हालांकि इस संबंध में मीडिया में यह खबर भी आयी है कि एलजेपी के एक सदस्य को राज्यसभा भेज कर मामले को कंपनसेट किया जायेगा. मीडिया खबरों के अनुसार रामविलास पासवान खुद लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे और उन्हें राज्यसभा में भेजा जायेगा.
मालूम हो कि 26 अक्टूबर को दिल्ली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी. जिसके बाद साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में शाह ने एलान किया था कि बिहार में जेडीयू और बीजेपी बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
इस खबर के सार्वजनिक होने के फौरन बाद तेजस्वी यादव ने कुशवाहा के साथ अरवल में हुई अपनी मुलाकात की तस्वीर ट्विटर पर साझा कर दी. इसके बाद सियासी गलियारे में कोहराम मच गया.
उधर बीते दिन अचानक आरएलएसपी के अध्यक उपेंद्र कुशवाहा दिल्ली में अमित शाह से मिलने तो पहुंचे लेकिन उन्होंने भाजपा के बिहार प्रभारी भोपेंद्र यादव से मिलने के बाद अमित शाह से प्रस्तावित मुलाकात को टाल दिया.
इसी बीच उनकी पार्टी के नेता नागमनी ने कहा कि उनके दल का जनाधार नीतीश कुमार की पार्टी से बड़ा है लिहाजा उन्हें जदयू को ज्यादा सीटें दिया जाना स्वीकार नहीं है.
इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अमित शाह से मुलाकात का इंतजार है. वहीं मंगलवार को ही उन्होंने रामविलास पासवान से भी मुलाकात की और सीट बंटवारे पर चर्चा की. इस दौरान चिराग पासवान भी मौजूद थे. उनसे मुलाकात के बाद कुशवाहा ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की और अपनी बात रखी. इसी दौरान उन्होंने घोषणा की कि उनकी पार्टी मध्यप्रदेश की 66 सीटों से चुनाव लड़ेगी. कुशवाहा का यह ऐलान भाजपा के लिए सर दर्द बन गया है.