मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफ देने के बाद रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को कांग्रेस ने अपने तीन मुख्यमंत्रियों के शपथग्रहण समारोह में खास मेहमान बनाया है. राहुलगांधी के दावतनामे को अहमद पटेल और अखिलेश सिंह ने उन्हें सौंपा.
कुशवाहा से कांग्रेस नेता अहमद पटेल और बिहार कांग्रेस प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने उनके आवास पर मुलाकात की.
दोनों दलों के नेताओं के मिलने के बाद यह तय हो गया कि रालोसपा अब महागठबंधन का हिस्सा होगी। संभव है 19 या 20 दिसम्बर को उपेंद्र इसकी घोषणा कर दें.
[divider]
पढें- रालोसपा के विधायक व विधान पार्षद एनडीए में रहेंगे
[divider]
रालोसपा प्रमुख ने 10 दिसम्बर को एनडीए छोड़ने की घोषणा की थी तथा केन्द्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। उसी दिन घोषणा के पहले उनकी मुलाकात कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी हुई थी. रविवार को कांग्रेस नेताओं का उनका घर जाने से यह तय हो गया कि अब उनका साथ उसी गठबंधन को मिलेगा, जिसमें कांग्रेस रहेगी.
रालोसपा के प्रवक्ता फजल इमाम मलिक ने मीडिया को बताया है कि अहमद पटेल से यह हमारी फर्स्ट राउंड की बातचीत हुई है. हमें उम्मीद है कि जल्द ही साकारात्मक नतीजे देखने को मिलेंगे.
इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा की मुलाकात तेजस्वी यादव से हो चुकी है. उधर तेजस्वी यादव के करीबी सूत्रों का कहना है कि उनका गठबंधन कुशवाहा के शामिल होने पर खुश है.
इस बीच रालोसपा के दो विधायक सुधंशु शेखर और ललन पासवान ने पहले ही घोषणा कर रखी है कि वे दोनों एनडीए का हिस्सा बने रहेंगे. दोनों नेताओं ने इधर पटना में पत्रकारों से बताया कि कुशवाहा निजी स्वार्थ में एनडीए छोड रहे हैं. उन्होंने कहा कि रालोसपा के सिबंल पर विधायकों का अधिकार है और अगर जरूरत पड़ी तो वे इसके लिए चुनाव आयोग भी जा सकते हैं.